रेशमी साड़ी है नदिया तेरी
तू जंजीर रूहानी है
रेत की खाड़ी ढलानों भी
तो तेरी ही निशानी है
तू मिट्टी, तू पानी है
खेतों में खिलते फूल गुलाबी
लहराती तेरी नादानी है
वीराने की अनंत गर्मी
भी तेरी बेईमानी है
तू मिट्टी, तू पानी है
लंघन खेलती हर बच्ची
तेरी ही जवानी है
जंगल राति घूमती शेरनी
बड़ी ही डरावनी है
तू मिट्टी तू पानी है
दिन और रात में फिरती
तू भी एक दीवानी है
भूकंप की खामोश बर्बादी
तेरा इतिहास ख़्वानी है
तू मिट्टी तू पानी है
धरती है तू, अम्बर भी
वायु ही तेरी बयानी है
युगों युगों से चलती तेरी
अजब सी ये कहानी है
तू मिट्टी तू पानी है।