धुंदली आँखों पर चश्मा पहने
घिसी हुई चप्पल पहन कर
चले हैं मेरे पापा
दुनिया से लड़ने
कार वही दस साल पुरानी
जिसका दायाँ इंडिकेटर टूटा हुआ था
चाभी घुमाते हैं पापा
दुनिया से लड़ने
अख़बार के हर शब्द में वो ऐसे ग़ुम हो जाते
मानो हर चेहरा मेरा हो
भावी-योजना करते हैं पापा
दुनिया से लड़ने
मेरे हर नख़रे पर मम्मी से लड़ कर
खिलौने ख़रीदते हैं वो
पैसे जोड़ते हैं पापा
दुनिया से लड़ने
लड़ते लड़ते जब तक जाते हैं
देख मुझे जो थोड़ा मुस्कुराते हैं
प्यार मुझे करते हैं पापा
प्यार मुझे करते हैं