गुज़िश्ता


10 April 2021

पिघलती मोम का बत्ती से क्या रिश्ता है
मोमबत्ती तो एक गुज़िश्ता है

छलकती है शीशे में मेहरवा तुम्हारी
और हर बूँद में एक गुज़िश्ता है

नही है कदर हमें की हमारी कमीज़ मैली है
कब्र पर छलकता हर अश्क़ एक गुज़िश्ता है

स्याही है कि खत्म होती जा रही है
हर खाली बोतल एक गुज़िश्ता है

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